सांसद जोबा माझी की अध्यक्षता में पेयजल, हैंडपंप मरम्मत और जनकल्याणकारी योजनाओं पर दिए गए महत्वपूर्ण निर्देश
West Singhbhum Development News (प्रकाश कुमार गुप्ता) : जिला समाहरणालय स्थित सभागार में शुक्रवार को सांसद जोबा माझी की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (DISHA) की बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में झारखंड सरकार के राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग (निबंधन रहित) तथा परिवहन विभाग के मंत्री दीपक बिरूवा की विशेष उपस्थिति रही। बैठक में जिले के विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण और पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में इन प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने दी भागीदारी:
मझगांव विधायक निरल पूरती
खरसावां विधायक दशरथ गगराई
चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव
जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकु
मनोहरपुर विधायक जगत माझी
जिला परिषद अध्यक्ष एवं प्रखंड प्रमुख
बैठक की शुरुआत विगत बैठक की कार्रवाई के अनुपालन प्रतिवेदन की समीक्षा से हुई। इसके पश्चात जिले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित विकास एवं जनकल्याण योजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की गई। इस क्रम में संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं कार्यपालक अभियंताओं ने अपने विभागों की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
ग्रीष्मकाल में पेयजल आपूर्ति पर विशेष ध्यान
सांसद जोबा माझी ने पेयजल विभाग को निर्देशित किया कि गर्मी के मौसम को देखते हुए “हर घर नल से जल” योजना के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा किया जाए। उन्होंने विभाग से यह भी जानकारी मांगी कि अब तक जिले के कितने घरों में यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके अतिरिक्त, खराब पड़े हैंडपंपों की शीघ्र मरम्मत कर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या को दूर करने के निर्देश दिए गए।
स्थल निरीक्षण की हिदायत
सांसद ने जिला स्तरीय पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि वे सरकारी योजनाओं की प्रगति का भौतिक निरीक्षण करें, ताकि जमीनी हकीकत से अवगत होकर आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें।
बैठक में प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति रही:
उपायुक्त कुलदीप चौधरी
उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा
पीडी, आईटीडीए जयदीप तिग्गा
अपर उपायुक्त प्रवीण करेकट्टा
सभी अनुमंडल पदाधिकारी
कार्यपालक अभियंता एवं पंचायत स्तरीय प्रतिनिधि
बैठक में विभिन्न योजनाओं के त्वरित निष्पादन, पारदर्शिता और अधिक से अधिक जनसंपर्क के माध्यम से जागरूकता फैलाने पर बल दिया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याएं रखते हुए उनके समाधान हेतु सुझाव दिए।
DISHA समिति की यह बैठक न केवल योजनाओं की समीक्षा का अवसर बनी, बल्कि विभिन्न स्तरों पर बेहतर समन्वय के लिए नई दिशा भी प्रदान करती दिखी।