Tata Power Big announcement : टाटा ग्रुप की प्रमुख कंपनी टाटा पावर ने अपनी परिचालन क्षमता को दोगुना करने और नवीकरणीय ऊर्जा में बड़े विस्तार की योजना का खुलासा किया है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने बताया कि टाटा पावर 2030 तक अपनी कुल क्षमता को 15.6 गीगावाट से बढ़ाकर 31.9 गीगावाट करने के लिए ₹1.46 लाख करोड़ का भारी निवेश करेगी।
नवीकरणीय ऊर्जा पर होगा फोकस
सिन्हा ने कहा कि कंपनी की योजना 2030 तक कुल क्षमता में से 23 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी के जरिए हासिल करने की है। टाटा पावर वर्तमान में 6.7 गीगावाट की नवीकरणीय क्षमता के साथ काम कर रही है और इसे तेजी से बढ़ाने का लक्ष्य है। इसके अलावा, ट्रांसमिशन क्षेत्र में भी विस्तार करते हुए 2023-24 में कंपनी अपनी ट्रांसमिशन लाइन कैपेसिटी को 4,633 सीकेएम से 10,500 सीकेएम तक ले जाने की तैयारी कर रही है।
तमिलनाडु में मेगा प्लांट की शुरुआत
टाटा पावर की सब्सिडियरी टीपी सोलर लिमिटेड ने तमिलनाडु में 4,300 करोड़ रुपये के निवेश से एक बड़े सेल और मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की स्थापना की है। यह 317 एकड़ में फैला हुआ है और इसकी क्षमता 4.3 गीगावाट सेल व 4.3 गीगावाट मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग की है। सिन्हा ने बताया कि यह देश में एक ही स्थान पर सबसे बड़ा प्लांट है और भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा।
कस्टमर बेस और निवेश योजनाएं
टाटा पावर का लक्ष्य अपने वितरण कारोबार में कस्टमर बेस को मौजूदा 1.25 करोड़ से बढ़ाकर 4 करोड़ तक पहुंचाना है। वित्त वर्ष 2025-30 के दौरान कंपनी ₹1,46,000 करोड़ का पूंजीगत व्यय करेगी, जिसमें से 60% नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर खर्च होगा।
टाटा पावर के शेयर का प्रदर्शन
टाटा पावर के शेयर में भी तेजी देखी जा रही है। शुक्रवार को यह 1.77% बढ़कर ₹439.45 पर बंद हुआ, जबकि ट्रेडिंग के दौरान यह ₹442.35 तक पहुंच गया। कंपनी के शेयर ने सितंबर 2024 में ₹494.85 का 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर छुआ था।
भविष्य की योजनाएं
टाटा पावर की यह महत्वाकांक्षी योजना न केवल कंपनी की ग्रोथ में मदद करेगी बल्कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र में हरित क्रांति को भी मजबूती देगी। कंपनी अपने नवीकरणीय ऊर्जा प्रयासों के जरिए ऊर्जा संक्रमण में अग्रणी भूमिका निभाने की तैयारी कर रही है।