Bagbera Rural Water Supply Scheme : बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा के नेतृत्व में समिति के सदस्यों ने आज बागबेडा बडौदा घाट में पाइपलाइन पार करने के लिए बनाए गए पाया निर्माण का निरीक्षण किया। इस दौरान आंदोलनकारी सुबोध झा ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग पर झूठे आश्वासन देने का आरोप लगाया और जनता के साथ धोखाधड़ी करने की बात कही।
क्या है मामला?
बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत पाइपलाइन को बडौदा घाट पर बनाए गए पाया के ऊपर से गिद्धी झोपड़ी के फिल्टर प्लांट तक पहुंचाने का कार्य चल रहा है। विभागीय कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने आश्वासन दिया था कि यह कार्य 25 जनवरी तक पूरा हो जाएगा। हालांकि, निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अभी तक पाइपलाइन को पाया पर स्थापित करने का कार्य शुरू भी नहीं हुआ है।
सुबोध झा का बयान:
सुबोध झा ने कहा, “आज 22 जनवरी समाप्त होने को है, लेकिन पाया के ऊपर एक भी पाइप नहीं चढ़ाई गई है। यह जनता को बार-बार झूठे वादे देकर गुमराह किया जा रहा है। न्यायालय में भी झूठे बयान दिए जा रहे हैं। यदि फरवरी तक पानी उपलब्ध कराने का वादा पूरा नहीं किया गया, तो जनता और आंदोलनकारी मजबूर होकर प्रधानमंत्री से गुहार लगाने को विवश होंगे।”
समिति की सक्रियता:
बागबेड़ा महानगर विकास समिति जन जागरण अभियान चला रही है। प्रत्येक बस्तियों में बैठकें आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सुबोध झा ने चेतावनी दी कि गर्मी से पहले यदि पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई, तो दिल्ली तक पदयात्रा कर आंदोलन तेज किया जाएगा।
निरीक्षण में शामिल सदस्य:
इस निरीक्षण के दौरान समिति के संयोजक विनोद राम, विजय शंकर पांडे, उमेश राय, अशोक पात्रो, उमेश कुशवाहा, मिश्रीलाल पासवान, राजेंद्र सिंह, अकलू रजक, सोना देवी, मालती पूर्ति, सुलोचना सिंह, अशोक कुमार, निरंजन सिंह समेत कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।
जनता की उम्मीदें:
इस परियोजना के माध्यम से गर्मी से पहले बागबेड़ा के निवासियों को पीने का पानी उपलब्ध कराने की उम्मीद है। लेकिन, कार्य की धीमी गति और विभागीय लापरवाही के चलते लोगों में निराशा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
समिति ने प्रशासन से जल्द से जल्द कार्य पूरा करने की अपील की है ताकि जनता को समय पर पानी मिल सके।