दुमका – झारखंड के दुमका जिले में शुक्रवार को प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए 112 अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया। इन ढांचों को अवैध अतिक्रमण कर बनाए जाने का आरोप था। यह कार्रवाई चिरेका कॉलोनी-2 क्षेत्र में की गई, जहां प्रशासन ने जेसीबी मशीनों की मदद से इन निर्माणों को पूरी तरह से जमींदोज कर दिया।
किन इलाकों में हुआ बुलडोजर ऐक्शन?
प्रशासन ने चिरेका कॉलोनी-2 के क्रॉस रोड नंबर 13, 14, 15, 16, 17, चित्तरंजन-रूपनारायणपुर रोड बिजली सब-स्टेशन के पीछे और महिला समिति स्कूल के बगल में बने अनाधिकृत ढांचों पर बुलडोजर चलाया।
अतिक्रमणकारियों को दी गई थी चेतावनी
इससे पहले इन ढांचों का निरीक्षण 7, 10, 11 और 14 सितंबर को किया गया था। अतिक्रमणकारियों को कई बार नोटिस जारी किए गए और 30 अक्टूबर तक खुद ही निर्माण हटाने का समय दिया गया था। लेकिन तय समय सीमा तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाने के बाद प्रशासन ने 19 नवंबर को अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी किया। इसके तहत 6 दिसंबर तक ढांचे हटाने का अंतिम समय दिया गया, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर शुक्रवार को बुलडोजर कार्रवाई की गई।

आदित्यपुर में भी हुई थी बड़ी कार्रवाई
इससे पहले आदित्यपुर में भी प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। वहां 150 दुकानों को ध्वस्त किया गया था। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध अतिक्रमण पर सख्त कदम उठाए जाएंगे, और दोबारा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने दी चेतावनी
प्रशासन का कहना है कि झारखंड में अतिक्रमणकारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। जनता से अपील की गई है कि वे सरकारी भूमि और अन्य संपत्तियों पर कब्जा करने से बचें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रभावित परिवारों की नाराजगी
हालांकि, इस कार्रवाई से प्रभावित परिवारों में गुस्सा और नाराजगी है। कुछ लोगों ने कहा कि उन्हें पर्याप्त समय और वैकल्पिक व्यवस्था नहीं दी गई। लेकिन प्रशासन ने अपने रुख को सही ठहराते हुए कहा कि सभी नियमों और प्रक्रिया का पालन किया गया है।
झारखंड में बढ़ते अतिक्रमण पर सख्ती
झारखंड में हाल के दिनों में अतिक्रमण पर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि सरकार और प्रशासन अतिक्रमण को रोकने के लिए सख्त रुख अपनाए हुए हैं।