स्थानीय सूरजमल जैन डीएवी पब्लिक स्कूल में 19 से 25 नवंबर तक ‘सांप्रदायिक सद्भाव सप्ताह’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल के विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भाव का महत्व समझाया गया।
विशेष प्रार्थना सभा में शिक्षिका सुमित्रा कुमारी ने संबोधित करते हुए कहा, “भारत विविधताओं का देश है। यहां विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और भाषाओं के लोग रहते हैं, फिर भी हम सभी एकजुट हैं। इस एकता की मिसाल भारत ने विश्व समुदाय के समक्ष पेश की है।” उन्होंने छात्रों से इस विविधता को सम्मान देने और एकता की भावना को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
वहीं, शिक्षक आर के द्विवेदी ने सांप्रदायिक सद्भाव को एक मानवीय गुण बताया। उन्होंने कहा, “सांप्रदायिक सद्भाव ही मानवता की असली पहचान है, यह हमें एक-दूसरे से जोड़ता है और समाज में शांति बनाए रखता है।”
इस दौरान छात्र अर्णव कुमार सिंह ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए और सांप्रदायिक सद्भाव की अहमियत को बताया। छात्रों के विचारों में एकता और शांति का संदेश स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।
कार्यक्रम के अंतर्गत एक पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसे कला शिक्षक शुभाशीष सामंता ने मार्गदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने सांप्रदायिक सद्भावना पर आधारित सृजनात्मक पोस्टर बनाए। इसके साथ ही बच्चों से दान देने की अपील की गई, जिसे बच्चों ने खुले दिल से स्वीकार किया और दान दिया।
सांप्रदायिक सद्भाव के इस सप्ताह का समापन संगीत शिक्षक के मार्गदर्शन में एक विशेष गीत प्रस्तुति से हुआ, जिसमें छात्रों ने सांप्रदायिक सद्भाव पर आधारित गीत प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का संचालन छात्र शुभम् गुप्ता ने किया और उन्होंने इस आयोजन के महत्व को दर्शाते हुए सभी को एकजुट रहने की प्रेरणा दी।
इस प्रकार, सूरजमल जैन डीएवी पब्लिक स्कूल में आयोजित ‘सांप्रदायिक सद्भाव सप्ताह’ ने छात्रों में एकता और भाईचारे का संदेश दिया और सभी को समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लि
ए प्रेरित किया।