Chaibasa Education Policy Updates (प्रकाश कुमार गुप्ता) : पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त कुलदीप चौधरी की अध्यक्षता में बहुभाषी शिक्षा कार्यक्रम पलाश का जिला स्तरीय संचालन समिति की बैठक बुलाई गई।बैठक का संचालन जिला शिक्षा पदाधिकारी टोनी प्रेमराज टोप्पो ने किया।
बैठक में पलाश बहुभाषी शिक्षा का उद्देश्य एवं इसके सुगम क्रियान्वयन हेतु रुपरेखा तैयार करने पर चर्चा किया गया। बैठक में बहुभाषी शिक्षा कार्यक्रम के राज्य समन्वयक पल्लवी शा ने कार्यक्रम से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्व में चयनित 259 विद्यालयों में बहुभाषी शिक्षा के सकारात्मक परिणाम आने के बाद राज्य ने इसे 1000 विद्यालयों में विस्तारित किया।इन विद्यालयों के चयन हेतु 8 जिलों में भाषायी सर्वेक्षण कराया गया। इसमें सर्वाधिक पश्चिमी सिंहभूम के 305 विद्यालयों का चयन किया गया। बताया गया कि विद्यालयों के चयन के बाद राज्य स्रोत समूह का गठन कर आवश्यक शिक्षण सामग्रियों का निर्माण किया गया। बहुभाषी शिक्षा कार्यक्रम संचालन के लिए शिक्षकों को रिफ्रेशर ट्रेनिंग दी गई। साथ ही, शिक्षकों को सहयोग करने के लिए बीआरपी एवं सीआरपी को भी प्रशिक्षित किया गया।बहुभाषी शिक्षा बखूबी संचालन हो,इसके लिए बीआरपी एवं सीआरपी को तकनीकी टीम के साथ विद्यालयों का भ्रमण करने की बात कही गई।
उपायुक्त ने सभी बीइइओ को निर्देशित करते हुए कहा कि पलाश बहुभाषी शिक्षा कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है,इसलिए इसे गंभीरता से लें। गुरु गोष्ठी के एजेंडा में इस विषय को शामिल करें और प्रति माह प्रशिक्षित शिक्षकों,प्रधानाध्यापकों और जागरूक अभिभावकों के साथ बैठक कराएं। उन्होंने निर्देश दिया कि चयनित 305 विद्यालयों में नामांकित एवं उपस्थिति की वास्तविक स्थिति 17 जनवरी तक अवश्य दें।
बैठक में राज्य के यूनिसेफ इंडिया और लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन के प्रतिनिधि के रुप शैलेन्द्र अवस्थी,जिला शिक्षा अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम, बीइइओ, राज्य स्रोत समूह के जिला प्रतिनिधियों में विवांशु सिंह, शिक्षक राजेश सिंकू, दमयंती बिरुवा, बागुन बोदरा, कृष्णा आदि उपस्थित थे।