Chaibasa Political Violence (प्रकाश कुमार गुप्ता) : तांतनगर प्रखंड अंतर्गत कोकचो पंचायत के झामुमो अध्यक्ष महेन्द्र कालुण्डिया पर बीते 13 अप्रैल को हुए जानलेवा हमले को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के जिला प्रवक्ता बुधराम लागुरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में झामुमो जिला अध्यक्ष सोनाराम देवगम ने पुलिस अधीक्षक से आरोपी सोनाराम कालुण्डिया को अविलंब न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की है। रांची के खेलगांव में आयोजित झामुमो के 13वें महाधिवेशन में व्यस्त रहने के कारण श्री देवगम ने दूरभाष के माध्यम से कोकचो ओपी के थाना प्रभारी पियूष नाग से संपर्क कर मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की।
तीर-धनुष से हुआ हमला, गंभीर रूप से घायल हुए पंचायत अध्यक्ष
घटना के संबंध में जारी प्रेस विज्ञप्ति में झामुमो प्रवक्ता बुधराम लागुरी ने बताया कि पंचायत अध्यक्ष महेन्द्र कालुण्डिया 13 अप्रैल की शाम करीब 7 बजे अपने गांव के नीचे टोला में स्थित घर से मुर्गी लाने गए थे। इसी दौरान घात लगाकर बैठे आरोपी सोनाराम कालुण्डिया ने तीर-धनुष से उन पर अचानक हमला कर दिया। हमले में महेन्द्र कालुण्डिया गंभीर रूप से घायल हो गए।
ग्रामीणों ने पकड़ा आरोपी, अब भी नहीं भेजा गया जेल
हमले के बाद मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों ने आरोपी सोनाराम कालुण्डिया को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। बावजूद इसके अब तक आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल नहीं भेजे जाने को लेकर महेन्द्र कालुण्डिया के परिजन और ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। मंगलवार को बड़ी संख्या में लोग कोकचो थाना पहुंचे और आरोपी को अविलंब जेल भेजने की मांग की।
झामुमो ने चेताया, नहीं मिली कार्रवाई तो आंदोलन तय
झामुमो नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो पार्टी इस अन्याय के खिलाफ आंदोलन करने को बाध्य होगी। झामुमो ने साफ किया कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं करेगी।
सवालों के घेरे में पुलिस की कार्रवाई
जहां एक ओर ग्रामीणों और झामुमो कार्यकर्ताओं ने तत्परता से आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया, वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा आरोपी को अब तक न्यायिक प्रक्रिया में आगे न बढ़ाना कई सवाल खड़े कर रहा है।
न्याय की मांग के साथ बढ़ रही जनभावना
घटना के बाद क्षेत्र में भय और असंतोष का माहौल है। ग्रामीणों और पार्टी कार्यकर्ताओं की एक ही मांग है— हमले के दोषी को जेल भेजा जाए और पीड़ित पंचायत अध्यक्ष को न्याय मिले।