चाईबासा (प्रकाश कुमार गुप्ता) : पश्चिमी सिंहभूम के तांतनगर प्रखंड में ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ (Child Marriage Free India Campaign) अभियान के तहत जागरूकता रैली और शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी अभियान का हिस्सा था, जिसमें कर्रा सोसाइटी फॉर रूरल एक्शन ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर भागीदारी की।
कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बाल विवाह को समाप्त करने का संकल्प दिलाया और जागरूकता रैली का नेतृत्व किया। इस दौरान कैंडल मार्च का आयोजन भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों, ग्रामीणों, पंचायत प्रतिनिधियों, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों और बाल विवाह निषेध अधिकारी (सीएमपीओ) ने हिस्सा लिया।
रैली में बाल विवाह की कुप्रथा और इसके बच्चों के जीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों पर जागरूकता बढ़ाई गई। उपस्थित लोगों ने बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाने और इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयास करने का संकल्प लिया।
कर्रा सोसाइटी फॉर रूरल एक्शन, जो ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ के साथ काम करने वाला एक सहयोगी संगठन है, ने इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संगठन के प्रतिनिधियों ने बताया कि बाल विवाह बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य, और अधिकारों पर गंभीर प्रभाव डालता है और इसके खात्मे के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने एक स्वर में बाल विवाह मुक्त समाज बनाने की शपथ ली। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर लोगों को इस सामाजिक बुराई के खिलाफ जागरूक करना और इस मुद्दे पर उनके बीच जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देना था।