भारी बारिश के बीच Ichaghar में धान रोपाई शुरू, सतर्क किसानों ने दिखाया मार्ग
Ichaghar (सरायकेला-खरसावां)। लगातार हो रही भारी बारिश के बीच ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के कुछ किसानों ने हिम्मत दिखाते हुए धान की रोपाई की शुरुआत कर दी है। इन किसानों ने समय से पहले बीज डालकर और मौसम के अनुसार खेत तैयार कर एक मिसाल पेश की है, जिससे अन्य किसानों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
क्षेत्र में मानसून की शुरुआत के साथ ही लगातार झमाझम बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया था, जिससे अधिकांश किसान समय पर धान का बीज खेतों में नहीं डाल सके। जो बीज डाले भी गए, वे अत्यधिक जलभराव के कारण सड़ गए और नष्ट हो गए।
लेकिन कुछ सतर्क किसानों ने बदलते मौसम को भांपते हुए पहले ही सुरक्षित स्थानों पर सुखा में पटवन कर बीज अंकुरित कर लिए थे। अब वही बीचड़ा रोपण के योग्य हो चुका है, और उन्होंने खेतों में धान की रोपाई प्रारंभ कर दी है।
बिस्टाटांड़ गांव के किसान हरीत महतो ने अपने खेत में रोपाई करते हुए बताया कि वे वर्षा जल पर निर्भर रहते हैं और कई वर्षों से समय पर धान रोपाई नहीं हो पा रही थी। उन्होंने बताया कि इस बार उन्होंने एक नंबर दोन पर पहले ही बीज डालकर पटवन कर दिया था, जिससे मानसून की शुरुआत होते ही बीचड़ा तैयार हो गया।
उन्होंने कहा, “किसानों को चाहिए कि वे मौसम विभाग के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए समय पर खेती की तैयारी करें। इससे खेती भी समय पर होगी और उत्पादन भी अधिक होगा।”
ईचागढ़ क्षेत्र के सतर्क किसानों की यह पहल अन्य किसानों के लिए प्रेरणादायक बन रही है। कृषि विशेषज्ञों का भी मानना है कि जलवायु परिवर्तन के इस दौर में किसानों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सतर्कता के साथ खेती करनी चाहिए, जिससे फसल का नुकसान कम और पैदावार अधिक हो सके।