नई दिल्ली। नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (एनबीएफसी) के क्षेत्र में एक बार फिर हलचल मच गई है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस की लिस्टिंग के बाद टाटा कैपिटल के अनलिस्टेड शेयरों की कीमतों में जोरदार बढ़ोतरी देखी गई है। पिछले एक साल में टाटा कैपिटल के शेयरों की कीमत ₹300 प्रति शेयर से बढ़कर ₹900 तक पहुंच गई है।
शानदार प्रदर्शन का श्रेय एनबीएफसी वैल्यूएशन को
विशेषज्ञों का मानना है कि एनबीएफसी के बढ़ते वैल्यूएशन और टाटा टेक्नोलॉजीज की सफल लिस्टिंग ने टाटा कैपिटल के शेयर प्राइस को नई ऊंचाई तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। Sarffin फाइनेंशियल एडवाइजर्स के निदेशक राहुल डी थालिया ने कहा कि वर्तमान मूल्यांकन संभावित निवेशकों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन कंपनी की ग्रोथ के आधार पर निवेश फायदेमंद साबित हो सकता है।
निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह
एक निवेश बैंकर ने कहा कि एनबीएफसी और टाटा टेक्नोलॉजीज की लिस्टिंग की सफलता के बाद निवेशकों में उत्साह है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेताया कि अन्य सफल लिस्टिंग को देखकर बिना जांच-पड़ताल के निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
कंपनी का प्रदर्शन और व्यवसाय
टाटा कैपिटल वित्तीय सेवाओं की बड़ी कंपनियों में से एक है। यह मॉर्गेज लोन, बिजनेस लोन और निवेश संबंधी सेवाएं प्रदान करती है। FY24 में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹664 करोड़ दर्ज किया गया। प्रति शेयर आय (ईपीएस) ₹6.78 थी। कंपनी के पास 4 मिलियन का कस्टमर बेस है और इसकी लोन बुक ₹1.4 लाख करोड़ तक पहुंच गई है।
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत
शेयर की शुरुआती कीमत: ₹300 प्रति शेयर
वर्तमान कीमत: ₹900 प्रति शेयर
लिस्टिंग की संभावना: अभी स्पष्ट नहीं
निवेश का परिदृश्य: विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्राइस बैंड नए निवेशकों के लिए अवसर हो सकता है।
निष्कर्ष
टाटा कैपिटल की यह उछाल न सिर्फ एनबीएफसी के लिए सकारात्मक संकेत है, बल्कि यह टाटा समूह की वित्तीय ताकत का भी प्रमाण है। हालांकि, निवेशकों को इस तेजी में सतर्कता बरतने और दीर्घकालिक रणनीति अपनाने की सलाह दी जाती है।