NALSA Child Rights Campaign — माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA), नई दिल्ली के दिशा-निर्देशों तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA), सिराइकेला-खरसावां, श्री रामाशंकर सिंह जी मार्गदर्शन में साथी यूनिट की बैठक साथ-साथ एक ओरिएंटेशन सत्र भी आज प्रातः 11:30 बजे आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता तौसीफ मेराज, सचिव, DLSA, सरायकेला ने की। बैठक में श्री प्रदीप उरांव, उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय)-सह-विशेष किशोर पुलिस इकाई प्रमुख, श्रीमती सत्या ठाकुर, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, श्री संतोष कुमार, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी के प्रतिनिधि, सिविल सर्जन के प्रतिनिधि सहित पैनल अधिवक्ताओं एवं पैरा लीगल वॉलंटियर्स ने भाग लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य साथी अभियान के तहत वंचित बच्चों को कानूनी पहचान दिलाना एवं उन्हें सामाजिक कल्याण योजनाओं से जोड़ना था। NALSA द्वारा संचालित यह अभियान संविधान के अनुच्छेद 39(e) और (f) के तहत न्याय एवं समान अधिकारों को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत में कई ऐसे असहाय बच्चे हैं, जो सड़कों या देखभाल संस्थानों में जीवनयापन कर रहे हैं और उनके पास आधार कार्ड नहीं है। यह पहचानपत्र उन्हें सरकारी योजनाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और बाल संरक्षण कानूनों के तहत मिलने वाली सुविधाओं से जोड़ने में अहम भूमिका निभाता है। साथी अभियान इन बच्चों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए सर्वेक्षण, आधार पंजीकरण, एवं कानूनी सहायता प्रदान करने पर केंद्रित है, जिसमें DLSA की अहम भूमिका है।
बैठक में इस अभियान को मिशन मोड में लागू करने के तरीकों पर विस्तृत चर्चा की गई। सभी सदस्यों ने अभियान को सफल बनाने के लिए अपने-अपने विभागीय सहयोग और योगदान की प्रतिबद्धता जताई।
डीएलएसए द्वारा इस अभियान को मिशन मोड में संचालित किया जाएगा, जिसमें सर्वेक्षण, आधार पंजीकरण एवं कानूनी सहायता की प्रक्रिया शामिल होगी। अभियान 26 मई 2025 से प्रारंभ होकर 15 अगस्त 2025 तक चलेगा, जिसके अंतर्गत जिले के दूर-दराज के क्षेत्रों में आधार पंजीकरण शिविर आयोजित किए जाएंगे।
इस मौके पर बाल कानूनों पर भी गंभीर और बिस्तृत रूप से चर्चा की गई बैठक में उपस्थित सदस्यों ने इस पहल को बच्चों के उज्जवल भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बताया।बैठक के दौरान, एक गरीब बच्चे के दस्तावेज़ प्राप्त हुए।