टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने अपने बोर्ड की बैठक में 1980 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी है। यह रकम प्रेफ्रेंशियल आधार पर शेयर और कन्वर्टेबल सिक्योरिटी जारी कर वोडाफोन ग्रुप पीएलसी से जुटाई जाएगी। कंपनी के इस बड़े फैसले के बाद बाजार की नजरें इसकी आगे की रणनीति पर टिकी हैं।
11.28 रुपये प्रति शेयर पर 1,755 मिलियन शेयर जारी होंगे
बोर्ड के फैसले के मुताबिक, 1,755,319,148 शेयर 11.28 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जारी किए जाएंगे। यह निवेश वोडाफोन ग्रुप की सहायक कंपनियों से आएगा, जिनमें ओमेगा टेलीकॉम होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (₹1,280 करोड़) और उषा मार्टिन टेलीमैटिक्स लिमिटेड (₹700 करोड़) शामिल हैं।
इंडस टावर्स के बकाये की होगी भरपाई
कंपनी ने बताया कि यह फंड कंपनी को इंडस टावर्स के बकाया भुगतान में मदद करेगा। वोडाफोन आइडिया लंबे समय से वित्तीय संकट का सामना कर रही है, और यह कदम इसे राहत देने में महत्वपूर्ण हो सकता है।
विशेष बैठक (EGM) की तारीख तय
कंपनी ने घोषणा की है कि 7 जनवरी 2025 को एक Extraordinary General Meeting (EGM) आयोजित की जाएगी। इस बैठक में पूंजी जुटाने के इस प्रस्ताव को शेयरधारकों की मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
वोडाफोन आइडिया की मौजूदा हिस्सेदारी संरचना
वोडाफोन ग्रुप के पास वोडाफोन आइडिया में 22.56% हिस्सेदारी है। आदित्य बिड़ला समूह की हिस्सेदारी 14.76% है, जबकि भारत सरकार के पास 23.15% हिस्सेदारी है।
विश्लेषकों का मानना है राहत भरा कदम
विश्लेषकों का कहना है कि इस फंडिंग से वोडाफोन आइडिया को अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी। कंपनी ने कहा है कि वह टैरिफ में वृद्धि की योजना बना रही है, हालांकि, प्रवेश स्तर के टैरिफ बढ़ाने की गुंजाइश कम है।
ब्रिटेन में मर्जर को मिली मंजूरी
हाल ही में वोडाफोन की पेरेंट कंपनी को ब्रिटेन के रेगुलेटर से बड़ी राहत मिली है। वोडाफोन और Three Mobile के बीच मर्जर को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दे दी गई है।
शेयर बाजार पर असर
शुक्रवार को वोडाफोन आइडिया का शेयर 0.12% गिरकर 8.11 रुपये के भाव पर बंद हुआ। हालांकि, फंडिंग की घोषणा के बाद बाजार में सकारात्मक प्रभाव की उम्मीद है।