Chaibasa Folk Art Festival
चाईबासा (प्रकाश कुमार गुप्ता) : आज पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं भारतीय लोक कल्याण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में एसपीजी मिशन बालिका उच्च विद्यालय चाईबासा में लोक कला महोत्सव का आयोजन किया गया।
लोक कला महोत्सव का में मुख्य अतिथि के तौर पर एसपीजी मिशन बालिका उच्च विद्यालय की प्राचार्य रेणु एक्का, हो साहित्यकार डोबरो बुड़ीउली,सहायक शिक्षिका फूलमती सवैयाँ,गीता देवी एवं नेहा प्रकाश बालमुचु एवं कार्यक्रम संयोजिका जुलियानी कोड़ा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन एवं नगाड़ा बजा कर महोत्सव का शुभारंभ किया। मंच का संचालन शीतल सुगन्धिनी बागे ने किया।
कार्यक्रम में हो साहित्यकार श्री डोबरो बुड़ीउली ने उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए लोककला एवं उसके महत्व के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि लोक कलाएं हमारे सांस्कृतिक धरोहर है और इस धरोहर को बचाए रखने के लिए ही संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा लुप्तप्राय एवं संकटग्रस्त कलाओं के संरक्षण हेतु प्रयासरत है। इसी क्रम में ही राष्ट्रीय स्तर पर लोक महोत्सव का आयोजन किया जाता है। भारतीय लोक संस्कृति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जानी जाती है, और लोक संस्कृति ही हमारी पहचान है। इसलिए हम सभी को अपनी लोककलाओं यथा लिपि, गीत, संगीत, नृत्य, पारपंरिक वाध्य यंत्रो का सम्मान करना चाहिए और उनका व्यवहार करना चाहिए.
प्राचार्या रेणु एक्का ने लोक महोत्सव के आयोजन के लिए आभार व्यक्त करते हुए अपने प्रेणादायक श्ब्दों में कहा कि हम सभी भाग्यशाली हैं कि हमारी संस्कृति समृद्व हैं. इस आयोजन से नयी पीढ़ी को भी आपनी लोककलाओं और परंपराओं को समझने का मौका मिलता है।
महोत्सव में कलाकारों ने पारंपरिक पोशाक में लोक वाध्य यंत्रो के साथ लोकनृत्यों का प्रदर्शन किया.उपस्थित छात्राओं ने जमकर तालियाँ बजाते हुए नृत्य का आनंद लिया। शिक्षिकाओं ने भी कलाकारों के साथ मांदर की थाप में नृत्य किया।
महोत्सव के आयोजन में राजकुमारी लागुरी, आँचल केसरी, अयान सुंडी, साऊ देवगम ने सराहनीय योगदान दिया।