Jharkhand Teachers Protest – पारा शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल पारा शिक्षक-गैर पारा जेटेट सफल अभ्यर्थी संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल दास के नेतृत्व में सूबे के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से उनके घोड़ाबांधा के आवास पर मिला। मुलाकात करके प्रतिनिमंडल ने राज्य में होने वाली सहायक आचार्य नियुक्ति के संदर्भ में पारा शिक्षकों के लिए कॉमन अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने एवं पूर्वी सिंहभूम जिले के 38 सहित राज्य भर में काफ़ी संख्या में मानदेय स्थगन से प्रभावित पारा शिक्षकों के एक मामले पर अपनी मांगें रखीं। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष कुणाल दास ने मीडिया से कहा वर्ष 2015-16 की सहायक शिक्षक नियुक्ति के दौरान भी सरकार ने पारा शिक्षकों के लिए कॉमन अनुभव प्रमाण पत्र जारी किया था।
इसके अलावा समग्र शिक्षा अभियान के तहत राज्य भर के पारा शिक्षक न केवल प्राइमरी एवं अपर प्राइमरी लेवल के अध्यापन के लिए प्रशिक्षित हैं बल्कि काफ़ी संख्या में दोनों ही कैटेगरी में जेटेट पास भी किए हैं।उन्होंने कहा कि मंत्री से इस मामले के समाधान पर बातचीत हुई है और उन्होंने आश्वस्त भी किया है।
पूर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष हिमांशु महतो ने कहा कि प्रयाग महिला विद्यापीठ एवं भारतीय शिक्षा परिषद जैसे संस्थानों से एकेडमिक डिग्री प्राप्त सैकड़ों पारा शिक्षकों का मानदेय सरकार द्वारा रोक दिया गया है। जबकि इन संस्थानों से प्राप्त डिग्री को पूर्व में सरकार द्वारा मान्यता दी जा चुकी है। इसी आधार पर ये पारा शिक्षक तकरीबन बीस सालों से राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में अनूप दास, अविनाश कुमार, जयंती पूर्ति, शकुंतला हेंब्रम, रायमनी सोरेन,रायमत हांसदा आदि काफ़ी संख्या में पारा शिक्षक मौजूद थे।।