Jhimdi Railway Station Issues – सरायकेला-खरसावां जिला के नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के मुरी रेलखंड के झिमडी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को इन दिनों भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दो प्लेटफार्म पर मालवाहक ट्रेन खड़ा रहने से लोगों को ट्रैक पार करना खतरा से खाली नहीं है।इस रेलमार्ग पर केवल दो जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें—टाटा-बरकाखाना और टाटा-मेमू पैसेंजर—ही सुबह जाती हैं और शाम को वापस लौटती हैं।
हालात ऐसे हैं कि यात्रियों को ट्रेन पकड़ने के लिए मालगाड़ी के डिब्बों को पार करना पड़ रहा है, जो बेहद खतरनाक है। स्थानीय यात्रियों ने बताया कि मालगाड़ी के डिब्बों पर चढ़कर तीन-चार फीट नीचे उतरना न केवल जोखिम भरा है, बल्कि किसी भी अनहोनी को आमंत्रित कर रहा है। छोटे बच्चे, महिलाएं, वृद्ध और अन्य यात्री इसी तरह अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं।

जब इस समस्या को लेकर झिमडी स्टेशन मास्टर से जानकारी ली गई, तो उन्होंने तकनीकी खराबी का हवाला दिया। उनका कहना था कि यह समस्या अगले दो-तीन दिनों तक बनी रह सकती है। हालांकि, उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
स्थानीय यात्रियों ने बताया कि स्टेशन पर सुविधाओं की कमी और रेलवे प्रबंधन की लापरवाही से उनकी परेशानी बढ़ गई है। एक ओर ऊंची मालगाड़ी और दूसरी ओर मालगाड़ी का रेक खड़ा होने के कारण बीच से गुजरना जोखिम भरा साबित हो रहा है।

यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालने की मांग की है, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। यात्री व स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि स्टेशन पर उचित पैदल पारपथ (फुटओवर ब्रिज) या वैकल्पिक व्यवस्था की आवश्यकता है।
रेलवे प्रशासन को झिमडी स्टेशन की इस गंभीर समस्या पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और कोई बड़ा हादसा होने से रोका जा सके। रेलवे द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के रेलवे स्टेशन पर ध्यान नहीं देना यात्रियों के साथ घोर अन्याय है।