- जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा घाटशिला में नियोजनालय सह मॉडल कैरियर सेंटर, स्कील सेंटर एवं आईटीआई का किया गया निरीक्षण
- युवाओं से संवाद स्थापित कर बढ़ाया उत्साह, सीएमईजीपी, पीएमईजीपी योजना की दी जानकारी
- युवाओं के कौशल विकास, रोजगारपरक प्रशिक्षण तथा प्लेसमेंट को लेकर पदाधिकारियों को किया निर्देशित
- आई.टी.आई घाटशिला में गर्ल्स-ब्वॉयज के लिए 50-100 बेड के हॉस्टल निर्माण, ओपन जिम, खेल मैदान का प्रस्ताव बनाने के दिए निर्देश
Skill Development and Employment Ghatshila : जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल द्वारा क्षेत्र भ्रमण के क्रम में आज घाटशिला अनुमंडल क्षेत्र में नियोजनालय सह मॉडल कैरियर सेंटर, स्कील सेंटर एवं औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र (आई.टी.आई), घाटशिला का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होने नियोजनालय सह मॉडल कैरियर सेंटर में काउंसलर रूम, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी आदि का निरीक्षण किया तथा मौके पर मौजूद पदाधिकारियों से निबंधित युवाओं की जानकारी ली । उन्होने नियोजनालय को आदर्श केन्द्र के रूप में स्थापित करने पर बल दिया जिससे बेरोजगार युवाओं को एक छत के नीचे प्रशिक्षण दिलाने के साथ-साथ उन्हें रोजगार-स्वरोजगार से जोड़ने की दिशा में उचित पहल हो, लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए पाठ्य पुस्तकें हों तथा प्रतियोगी परीक्षा की भी तैयारी कर सकें।
उन्होने कहा कि पूर्वी सिंहभूम जिला तथा आसपास के जिलों में सैकड़ों की संख्या में निजी कंपनियां संचालित हो रही हैं, पदाधिकारी अपने स्तर से पहल करते हुए प्रशिक्षित युवाओं के नियोजन की दिशा में सार्थक प्रयास करें। मौके पर उन्होने डिस्पले किए कैरियर चार्ट का भी अवलोकन किया। अंग्रेजी के अलावे हिंदी भाषा में अनुवादित करते हुए कैरियर चार्ट डिस्पले करने के निर्देश दिए। साथ ही नियोजन पदाधिकारी को निर्देशित किया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय बनाते हुए सभी विद्यालयों में कैरियर चार्ट लगाना सुनिश्चित करें जिससे बच्चों को 10वीं के बाद किस संकाय में क्या संभावना भविष्य में रहेगी इसका पहले से जानकारी मिल सके ।
वहीं, स्कील सेंटर के निरीक्षण के क्रम में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री सारथी योजना अंतर्गत बिरसा योजना के तहत संचालित डाटा इंट्री ऑपरेटर व सेल्फ इंप्लॉयमेंट टेलर के प्रशिणार्थियों से संवाद स्थापित किया गया । उन्होने युवाओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि कैसे वे प्रशिक्षण के उपरांत सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर स्वरोजगार से भी जुड़ सकते हैं। उन्होने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा कई तरह की योजनायें चलाई जा रही हैं जिससे बेरोजगार युवा अपने हुनर के बल पर स्वावलंबी बन सकते हैं। प्रमुख रूप से राज्य सरकार की सी.एम.ई.जी.पी तथा पी.एम.ई.जी.पी योजना की जानकारी दी जिसमें सरकार द्वारा सब्सिडी पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही अपने कौशल को विकसित कर किसी भी परिस्थिति में कैसे बेहतर रोजगार से जुड़ सकते हैं तथा औरों को भी रोजगार दे सकते हैं इस सोच के साथ प्रशिक्षण पूरा करने पर उन्होने बल दिया ।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र (आईटीआई) के निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन वर्कशॉप के निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। साथ ही आईटीआई परिसर में गर्ल्स के लिए 50 बेड और ब्वॉयज के लिए 100 बेड के हॉस्टल का निर्माण तथा ओपन जिम और खेल मैदान के निर्माण का प्रस्ताव बढ़ाने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया गया । इस मौके पर उन्होने अन्य पदाधिकारियों के साथ पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी घाटशिला श्री सुनिल चंद्रा, नियोजन पदाधिकारी घाटशिला श्री चेतन कुमार शर्मा, नियोजन पदाधिकारी जमशेदपुर श्री अरविंद कुमार, आईटीआई के प्राचार्य व अन्य संबंधित उपस्थित थे।