Tata Capital IPO : Tata Group की वित्तीय सेवा शाखा टाटा कैपिटल लिमिटेड जल्द ही भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट होने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने 2025 के अंत तक आईपीओ लाने की योजना बनाई है। टाटा मोटर्स फाइनेंस और टाटा कैपिटल के मर्जर के बाद यह प्रक्रिया आरंभ होगी।
2025 तक पूरी होगी लिस्टिंग प्रक्रिया
राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) में चल रही मर्जर प्रक्रिया की मंजूरी मिलने के बाद, मर्ज्ड एंटिटी 2025-26 की पहली तिमाही में आईपीओ फाइल करेगी। यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की अनिवार्य लिस्टिंग समय सीमा, सितंबर 2025, का पालन करने के लिए उठाया जा रहा है।
मर्जर के बाद 12वां सबसे बड़ा एनबीएफसी
मर्ज्ड एंटिटी की प्रोफार्मा संपत्ति 31 मार्च 2024 तक 2.30 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। यह इसे देश का 12वां सबसे बड़ा गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान (NBFC) बना देगा। मर्जर के बाद, टाटा कैपिटल की कुल संपत्ति 2.27 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी।
वित्तीय प्रदर्शन
टाटा कैपिटल ने FY24 में 3,327 करोड़ रुपये का टैक्स के बाद मुनाफा और 1.76 लाख करोड़ रुपये की कुल संपत्ति दर्ज की। FY23 में, इसका मुनाफा 2,946 करोड़ रुपये था। FY25 की पहली छमाही में कंपनी ने 1,892.52 करोड़ रुपये का टैक्स के बाद लाभ दर्ज किया।
आरबीआई की मंजूरी और लिस्टिंग का मार्ग
अक्टूबर 2023 में, RBI ने टाटा कैपिटल और टाटा मोटर्स फाइनेंस के मर्जर को मंजूरी दी। इसके बाद टाटा समूह के लिए एकल एनबीएफसी लिस्टिंग का रास्ता साफ हो गया।
ओनरशिप और वैल्यूएशन
मर्जर के बाद, टाटा संस का मर्ज्ड एनबीएफसी में 88.49% स्वामित्व होगा, जबकि टाटा समूह की अन्य कंपनियां, जैसे टाटा मोटर्स, 7.72% स्वामित्व रखेंगी।
लिस्टिंग से जुड़ी अहम बातें:
- कंपनी का लक्ष्य: सितंबर 2025 तक लिस्टिंग।
- कुल संपत्ति: मर्ज्ड एंटिटी की अनुमानित संपत्ति 2.30 लाख करोड़ रुपये।
- वित्तीय स्थिति: FY24 में 3,327 करोड़ रुपये का मुनाफा।
- टाटा समूह का स्वामित्व: 96.21%।
निवेशकों के लिए क्या है खास?
टाटा कैपिटल की आईपीओ लिस्टिंग भारतीय बाजार में एक बड़े अवसर के रूप में देखी जा रही है। निवेशक इस कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और टाटा समूह के भरोसे पर दांव लगा सकते हैं।