Guru Gobind Singh Jayanti 2025 (प्रकाश कुमार गुप्ता): सर्वंशदानी दशम पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश परब के मौके पर लख लख बधाईयाँ श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष गुरमुख सिंह खोखर ने दी। उन्होने अपने संबोधन में कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी काद प्रकाश पटना साहिब में ही हुआ एवं उनका बाल्यकाल भी पटना में ही बीता।
उनका रूहानी मिशन सरब सांझे भाईचारे का श्रृजन ही था। सबके अंदर ना कोई बैरी नहीं बेगाना और एक पिता एकस के हम बारीक का रूहानी एहसास जगाया। तत्कालीन सम्राटों के जोर ज़ुल्म के आगे झुके नहीं, बल्कि उनके द्वारा जबरदस्तख धर्म परिवर्तन को भी नकार दिया। धर्म की रक्षा की खातिर उनके पिता श्री गुरु तेग बहादुर जी ने दिल्ली के चांदनी चौक में अपनी शहादत दी। श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के चारों बेटों तथा माता जी ने धर्म की रक्षा की खातिर शहादत दी। इसलिए श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को सर्वंसदानी भी कहा जातत है।
दो दिन पूर्व शनिवार को आरंभ किए गए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के श्री अखंड पाठ की संपूर्णता के उपरांत बच्चे बच्चियों द्वारा कविता पाठ किया गया। जमशेदपुर से आए मनप्रीत सिंह जी के कीर्तनी जत्थे द्वारा मधुर एवं कर्णप्रिय संगीत के साथ गुरुवाणी का शब्द कीर्तन किया गया। गुरमुख सिंह खोखर एवं अमरीक सिंह द्वारा श्री अखंड पाठ की सेवा के लिए चारों ग्रंथियों को शाल ओढ़ाकर सन्मानित किया गया।
श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष गुरमुख सिंह खोखर ने झारखंड सरकार द्वारा श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश परब की सार्वजनिक सरकारी छुट्टी घोषित करने के लिए झारखंड सरकार एवं माननीय मुख्य मंत्री जी को हृदय तल से धन्यवाद दिया।
झारखंड में सिखों की सबसे ज्यादा आबादी जमशेदपुर एवं आसपास के जिलों में है। माननीय मुख्य मंत्री जी से अनुरोध है कि जमशेदपुर से अमृतसर लिए बंदे भारत ट्रेन की शुरुआत कराने की महती कोशिश करके इसे अम्ली जामा पहनाए।
टाटा हावड़ा स्टील एक्सप्रेस ट्रेन को बड़बिल से हावड़ा के लिए विस्तार किया जाए ताकि बड़बिल एवं सिंहभुम वासियों को इसका लाभ मिल सके। श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश परब में सभी धर्मावलम्बी शामिल हुए। सभी ने प्रसाद एवं लंगर का आनंद लिया।
प्रकाश परब को सफलतापूर्वक संपन्न करने मे श्री गुरु सिंह सभा, स्त्री सत्संग सभा एवं युवा खालसा के सभी सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।